अपनी सीरत को सँवारो बेटियों कुछ इस तरह टिक न पाए वहशियत भी सादगी के सामने अपनी सीरत को सँवारो बेटियों कुछ इस तरह टिक न पाए वहशियत भी सादगी के सामने
बन्द आँखों से भी सोता नही हूँ, दर्द बहुत बस रोता नही हूँ।। बन्द आँखों से भी सोता नही हूँ, दर्द बहुत बस रोता नही हूँ।।
हाथ थाम ले या साथ छोड़ दे, अब मुझे फर्क नहीं पड़ता। हाथ थाम ले या साथ छोड़ दे, अब मुझे फर्क नहीं पड़ता।
चुन चुन कर समेटे काँटे और इंतज़ार फूलों का था पर तक़दीर में मेरी कैक्टस सजा जाते हैं चुन चुन कर समेटे काँटे और इंतज़ार फूलों का था पर तक़दीर में मेरी कैक्टस ...
हो गयी सिर्फ एक ग़लती कर लिया आँख मूंद कर भरोसा हो गयी सिर्फ एक ग़लती कर लिया आँख मूंद कर भरोसा
उनके वादों का कोई भरोसा नहीं , मेरी नजरों से अब तो छुपे जा रहे हैं ! उनके वादों का कोई भरोसा नहीं , मेरी नजरों से अब तो छुपे जा रहे हैं !